👌 शानदार बात👌

झाड़ू जब तक एक सूत्र में बँधी होती है, तब तक
वह “कचरा” साफ करती है।
लेकिन वही झाड़ू जब बिखर जाती है तो खुद
कचरा हो जाती है। इस लिये हमेशा परिवार से बंधे रहे, बिखर कर कचरा न बने ।

उपवास अन्न का ही नहीं, बुरे विचारों का भी करो ।
सरल बनो, स्मार्ट नहीं, क्योंकि हमें ईश्वर ने बनाया है, सैमसंग ने नहीं।

आपके पास मारुति हो या बीएमडब्ल्यू – सड़क वही रहेगी |

आप टाइटन पहने या रोलेक्स – समय वही रहेगा |

आपके पास मोबाइल एप्पल का हो या सेमसंग – आपको कॉल करने वाले लोग नहीं बदलेंगे |

आप इकॉनामी क्लास में सफर करें या बिज़नस में – आपका समय तो उतना ही लगेगा |

आवश्यकताएँ पूरी हो सकती है, तृष्णा नहीं |

एक सत्य ये भी है कि धनवानो का आधा धन तो ये जताने में चला जाता है की वे भी धनवान हैं |

कमाई छोटी या बड़ी हो सकती है….
पर रोटी की साईज़ सब घर में एक जैसी ही होती है।

हिन्दुओं का एक धार्मिक ग्रन्थ है

 

हिन्दुओं का एक धार्मिक ग्रन्थ है जिसमें देवी दुर्गा की महिषासुर नामक राक्षस के ऊपर विजय का वर्णन है। यह मार्कण्डेय पुराण का अंश है। इसमें ७०० श्लोक होने के कारण इसे ‘दुर्गा सप्तशती’ भी कहते हैं। इसमें सृष्टि की प्रतीकात्मक व्याख्या की गई है। जगत की सम्पूर्ण शक्तियों के दो रूप माने गये है – संचित और क्रियात्मक। नवरात्रि के दिनों में इसका पाठ किया जाता है।

। । महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र।।
श्री गणेशाय नमः
अयि गिरिनंदिनि नंदितमेदिनि विश्वविनोदिनि नंदनुते
गिरिवर विंध्य शिरोधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते |
भगवति हे शितिकण्ठकुटुंबिनि भूरि कुटुंबिनि भूरि कृते
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते || १||

 

मस्सों की सरल घरेलु आयुर्वेदिक चिकित्सा

मस्सों की सरल घरेलु आयुर्वेदिक चिकित्सा
मस्सों को दुर करने के लिये अपनाएँ और शेयर कर के सबको बताएं
ये कारगर घरेलू नुस्खे।
मस्से सुंदरता पर दाग की तरह दिखाई देते हैं। मस्से होने का मुख्य
कारण पेपीलोमा वायरस है। त्वचा पर पेपीलोमा वायरस के आ
जाने से छोटे, खुरदुरे कठोर पिंड बन जाते हैं, जिन्हें मस्सा कहा
जाता है। पहले मस्से की समस्या अधेड़ उम्र के लोगों में अधिक
होती थी, लेकिन आजकल युवाओं में भी यह समस्या होने लगी
है। यदि आप भी मस्सों से परेशान हैं तो इनसे राहत पाने के लिए
कुछ घरेलू उपायों को अपना सकते हैं। आइए, जानते हैं कुछ ऐसे ही
घरेलू नुस्खों के बारे में…..
1⇒ बेकिंग सोडा और अरंडी तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर
इस्तेमाल करने से मस्से धीरे-धीरे खत्म हो जाते हैं।
2⇒ बरगद के पत्तों का रस मस्सों के उपचार के लिए बहुत ही
असरदार होता है। इसके रस को त्वचा पर लगाने से त्वचा सौम्य
हो जाती है और मस्से अपने-आप गिर जाते हैं।
3⇒ ताजा अंजीर मसलकर इसकी कुछ मात्रा मस्से पर लगाएं।
30 मिनट तक लगा रहने दें। फिर गुनगुने पानी से धो लें। मस्से खत्म
हो जाएंगे।
4⇒ खट्टे सेब का जूस निकाल लीजिए। दिन में कम से कम तीन
बार मस्से पर लगाइए। मस्से धीरे-धीरे झड़ जाएंगे।
5⇒ चेहरे को अच्छी तरह धोएं और कॉटन को सिरके में भिगोकर
तिल-मस्सों पर लगाएं। दस मिनट बाद गर्म पानी से फेस धो लें।
कुछ दिनों में मस्से गायब हो जाएंगे।
6⇒ आलू को छीलकर उसकी फांक को मस्सों पर लगाने से मस्से
गायब हो जाते हैं।
7⇒ कच्चा लहसुन मस्सों पर लगाकर उस पर पट्टी बांधकर एक
सप्ताह तक रहने दें। एक सप्ताह बाद पट्टी खोलने पर आप पाएंगे
कि मस्से गायब हो गए हैं।
8⇒ मस्सों से जल्दी निजात पाने के लिए आप एलोवेरा के जैल
का भी उपयोग कर सकते हैं।
9⇒ हरे धनिए को पीसकर उसका पेस्ट बना लें और इसे रोजाना
मस्सों पर लगाएं।
10⇒ ताजे मौसमी का रस मस्से पर लगाएं। ऐसा दिन में लगभग 3
या 4 बार करें। मस्से गायब हो जाएंगे।
11⇒ केले के छिलके को अंदर की तरफ से मस्से पर रखकर उसे एक
पट्टी से बांध लें। ऐसा दिन में दो बार करें और लगातार करते रहें,
जब तक कि मस्से खत्म नहीं हो जाते।
12⇒ मस्सों पर नियमित रूप से प्याज मलने से भी मस्से गायब हो
जाते हैं।
13⇒ फ्लॉस या धागे से मस्से को बांधकर दो से तीन सप्ताह
तक छोड़ दें। इससे मस्से में रक्त प्रवाह रुक जाएगा और वह खुद ही
निकल जाएगा।
14⇒ अरंडी का तेल नियमित रूप से मस्सों पर लगाएं। इससे मस्से
नरम पड़ जाएंगे और धीरे-धीरे गायब हो जाएंगे।
15⇒ अरंडी के तेल की जगह कपूर के तेल का भी उपयोग कर सकते
है ।